संगठित अपराध के गिरोह का कहा जाता है उस्ताद, चोरी की बाइक और लोहे की फाइटर के साथ गिरोह के सदस्य सड़क लूट की घटनाओं को देते थे अंजाम
बिहारशरीफ : नालंदा के लिए रोहित एक चर्चित नाम रहा है। मूल रूप से नगर थाना क्षेत्र के नकटपुरा गांव का रहने वाला यह युवक संगठित अपराध के गिरोह का उस्ताद माना जाता है। अपराध करने के इसके तरीके अन्य अपराधियों से जुदा हैं। यह अपराध के लिए हथियार या कारतूस का प्रयोग नहीं करता। चोरी की मोटरसाइकिल और लोहे के फाइटर के साथ अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता है।
काफी दिनों से यह नालंदा पुलिस के रडार पर था। 10 जुलाई 2024 को रहुई थाने की पुलिस ने अपनी इंटेलिजेंस विंग की सूचना पर इसे सोहसराय हॉट के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इसके पास से एक चोरी की मोटरसाइकिल और लोहे का फाइटर बरामद किया है। ऐसे देता था आपराधिक घटनाओं को अंजाम दरअसल लूटपाट की घटनाओं में इसकी संलिप्तता ज्यादा होती थी।
इसी अप्रैल माह में दीपनगर और नकटपुरा गांव के बीच इसके गिरोह द्वारा एक बाइक सवार व्यक्ति के साथ लूटपाट करते हुए संबंधित व्यक्ति की बाइक, पर्स और एंड्राइड मोबाइल की लूट कर ली थी। विरोध करने पर लोहे के फाइटर से पीड़ित की पिटाई भी की गई थी। मामले की शिकायत पीड़ित द्वारा रहुई थाने में दर्ज कराई थी।
इसी घटना के ठीक 1 महीने बाद यानी 13 में 2024 को इसी अंदाज में भागन विगहा सोहसराय हाल्ट के बीच एक राहगीर के साथ मारपीट करते हुए उनका मोबाइल लूट लिया था।कहते हैं रहुई थानाध्यक्ष गुप्त सूचना के आधार पर 10 जुलाई 2024 को राहुल की गिरफ्तारी सोहसराय हॉट के समीप से की गई।
गुप्त सूचना मिली कि यह पुनः किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने को लेकर संबंधित क्षेत्र की रेकी कर रहा है। पुलिस ने इसके पास से एक चोरी की मोटरसाइकिल और एक लोहे का फाइटर बरामद किया है। इसका पूर्व का भी आपराधिक इतिहास पता चला है। अपराधी की घटनाओं को अंजाम देने को लेकर यह गिरोह का भी संचालन करता है। थानाध्यक्ष, रहुई कुणाल शर्मा