बक्सर। जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में उद्योग विभाग द्वारा संचालित योजनाओं पीएमईजीपी, पीएमईजीपी 2 एवं पीएमएफएमई योजना अंतर्गत ऋण स्वीकृति एवं वितरण कैंप का आयोजन समाहरणालय परिसर स्थित सभाकक्ष में की गई।
पदाधिकारी एवं बैंकर्स अधिक से अधिक लोगों को योजना का लाभ प्रदान करें ताकि रोजगार सृजन के साथ-साथ लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाया जा सके- जिला पदाधिकारी ऋण वितरण कैंप में पीएमईजीपी योजना अंतर्गत 20 लाभुकों को ऋण स्वीकृति एवं 14 लाभुकों को वितरण पत्र तथा पीएमएफएमई
योजना अंतर्गत 12 लाभुकों को ऋण स्वीकृति एवं 18 लाभुकों को वितरण पत्र दिया गया। इस प्रकार कुल 64 लाभुकों को ऋण स्वीकृति एवं भुगतान किया गया। जिसमें कुल 379.16 लाख की राशि सन्निहित है। बैंकों द्वारा अन्य ऋण के रूप में कुल 2023.85 लाख रूपये का ऋण राशि दिया गया।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अंतर्गत सेवा क्षेत्र में अधिकतम 20 लाख एवं विनिर्माण क्षेत्र में अधिकतम 50 लाख ऋण उपलब्ध कराया जाता है। जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के लाभुक को क्रमशः 25 प्रतिशत/35 प्रतिशत एवं शहरी क्षेत्र के लाभुक को क्रमशः 15 प्रतिशत/25 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम 2 अंतर्गत वैसे आवेदक जिन्होंने पीएमईजीपी 01 एवं मुद्रा ऋण योजना के तहत बैंक से ऋण प्राप्त कर लिया हो तथा तीन वर्षो से कार्यरत इकाइयों, जो टर्म लोन की आदायगी बैंको को कर दिया हो। उन्हें 15 प्रतिशत अनुदान की दर से 1.00 करोड़ रूपए तक का ऋण प्रदान किया जाता है।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण प्रक्षेत्र के उद्योगों को 35 प्रतिशत की दर से अधिकतम 10 लाख रुपए अनुदान प्रदान किया जाता है।
वर्तमान समय में शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी उद्योगों की स्थापना हो रही है। बक्सर जिला अंतर्राज्यीय सीमा पर अवस्थित है तथा सड़क एवं रेल नेटवर्क से जुड़ा है जिसके कारण यहां के उद्योगों के लिए बड़ा बाजार उपलब्ध है।
जिला पदाधिकारी ने भावी उधमियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उनसे अनुरोध किया कि अपने साथ अन्य लोगों के लिए रोजगार का अवसर सृजित करें तथा जिला एवं राज्य के आर्थिक एवं सामाजिक प्रगति के साझेदार बने।
वितरण समारोह में उप विकास आयुक्त बक्सर, उप सचिव उद्योग विभाग बिहार, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र बक्सर, अग्रणी बैंक प्रबंधक, सभी बैंकों के जिला समन्वयक शाखा प्रबंधक एवं विभिन्न योजनाओं के लाभुक उपस्थित थे।