नये साल में आंगनबाड़ी केंद्रों में अब रसोई गैस के चूल्हे पर पकेगा खाना
डुमरांव. आंगनबाड़ी केंद्रों में जल्द ही रसोई गैस से भोजन पकेगा. लकड़ी के चूल्हों से निकलने वाले धुओं से खाना पकाने वालों को जल्द ही निजात मिलने वाली है. लकड़ी के चूल्हा से निकलने वाले धुआं से दीवार काले हो जाते थे. अब दीवार काले नहीं होंगे. खाना पकाने वालों को भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. भोजन आसानी से बनेगा और समय पर बच्चों को भोजन परोसा भी जाएगा.
जल्द ही आंगबाड़ी केंद्रों में गैस सिलिडर, चूल्हा आदि सामग्री उपलब्ध करा दी जाएगी. प्रखंड में कुल 233 आंगनबाड़ी मिनी केंद्र लेकर हैं. सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में रसोई गैस की सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा. इस संबंध में सीडीपीओ नीरू बाला ने बताया कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में रसोई गैस की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. प्रखंड में कई आंगनबाड़ी केंद्र माडल बनाए गए हैं.
कई आंगनबाड़ी केंद्रों को माडल बनाने की कवायद चल रही है. माडल आंगनबाड़ी केंद्रों के दीवारों में पेंटिग आदि से सुसज्जित किया गया है. ऐसे में चूल्हा से निकलने वाला धुओं से दीवार खराब हो जाएगा. धुआं से जहां खाना पकाने वालों को परेशानी होती थी. वहीं काफी समय भी भोजन पकाने में लगता था. सरकार द्वारा इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में रसोई गैस चूल्हा उपलब्ध कराने को लेकर विभाग प्रयासरत है.
सीडीपीओ ने बताया कि कई आंगनबाड़ी केंद्र पर सेविका-सहायिकाएं उम्र अधिक होने से चुल्हें के धुआं से परेशानी होती थी. इसको लेकर कई बार जिला मुख्यालय में पत्राचार किया गया था. केंद्र पर गैस चुल्हा मिलने से धुआं से परेशान होने वाले कर्मी को राहत मिलेगी.
महिला पर्यवेक्षिका फिरोजा बानो, रीता कुमारी, उषा कुमारी, प्रखंड समन्वयक सुनीता कुमारी, कम्प्यूटर आपरेटर अनीष कुमार ने बताया कि केंद्र पर गैस चुल्हा उपलब्ध होने पर सेविका-सहायिकाओं को भोजन पकाने में राहत मिलेगी.