बक्सर। शिक्षा विभाग बिहार, विश्व बैंक, बिहार शिक्षा परियोजना, यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से राज्य स्तर पर ऑनलाइन कंस्ट्रक्टिव टीचिंग एंड लर्निंग विद टेक्नोलॉजी प्रशिक्षण में जिला बक्सर के 10 शिक्षकों को सफल घोषित करते हुए उन्हें टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज टी आई एस एस द्वारा ऑनलाइन प्रमाण पत्र आज निर्गत किया गया। शिक्षा विभाग बक्सर द्वारा 8 चयनित शिक्षकों को इस प्रशिक्षण हेतु निर्देशित किया गया था, राज्य स्तर से दो शिक्षकों का चयन किया गया। प्रशिक्षण हेतु जिला से 10 शिक्षकों ने अपना ऑनलाइन नामांकन कराया और सफलतापूर्वक कोर्स को पूरा भी किया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों की पास बदलते तकनीकी जानकारी को पहुंच जाना है।
विश्व स्तर पर शिक्षा में जो नए-नए बदलाव हो रहे हैं, उन्हें ग्रामीण स्तर तक पहुंचाना। इसका मुख्य उद्देश्य है। विद्यार्थियों, प्रशिक्षुओं के बीच कैसे ज्ञान को साझा करें, उत्साहपूर्वक माहौल में ज्ञानवर्धक बदलाव को शिक्षार्थी तक तकनीक के माध्यम से पहुंचाना है। अपर राज्य परियोजना निदेशक शिक्षा विभाग किरण कुमारी के पत्रांक 5210 दिनांक 26 अगस्त 2022 को 10 शिक्षकों का नाम उल्लेखित किया गया, जिससे जिला के शिक्षकों में एक नई चेतना देखी गई। इस प्रशिक्षण में रचनात्मक, क्रियात्मक, सृजनात्मक, बदलाव सूचक ऑनलाइन 6 सप्ताह की प्रशिक्षण विश्व स्तर के नवाचार के साथ समय-समय पर कैसे कैसे बदलाव हो रहे हैं, इससे संबंधित विस्तृत ऑनलाइन डिजिटल प्रशिक्षण दिया गया।
बिहार के 38 जिले के शिक्षक इस ऑनलाइन प्रशिक्षण में नामांकित हुए, देश स्तर पर प्रशिक्षण सफलतापूर्वक संचालित हुआ। इस प्रशिक्षण में विभिन्न तरह के आयामों को अपनाया गया। जिसमें उच्च माध्यमिक, माध्यमिक, मध्य एवं प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक के साथ-साथ जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण महाविद्यालय के व्याख्याता भी प्रशिक्षित हुए। समावेशी एवं समग्र शिक्षा के तहत जिला में डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले शिक्षकों में डॉ मनीष कुमार शशि, डायट प्राचार्य विवेक कुमार मौर्य, व्याख्याता नवनीत कुमार सिंह, व्याख्याता भूपेंद्र यादव, शिक्षक धीरज कुमार, इमाम अली अंसारी, अभय कुमार पांडे, दुर्ग उपाध्याय, मधु, अमित कुमार आदि शिक्षकों ने अपने कौशल का प्रयोग किया।
जिले के शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों को बधाई संदेश भी प्रेषित किए. प्रशिक्षण दिशा-निर्देश के अनुसार 10 प्रशिक्षित शिक्षकों ने एक-एक कर कम से कम 10 -10 शिक्षकों को डिजिटल ज्ञान साझा किया तत्पश्चात इन्हें प्रमाण पत्र निर्गत हुआ है.