पूर्णिया. प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के अन्तर्गत कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षकों का छ: दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ. डायट श्रीनगर पूर्णिया में पीबीएल के तहत छः दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग अर्थात पीबीएल शिक्षण का एक ऐसा तरीका है, जहां छात्र वास्तविक दुनिया और व्यक्तिगत रूप से महत्वपूर्ण और सार्थक परियोजना में संलग्न होकर सीखते हैं, लम्बे समय तक एक प्रोजेक्ट पर काम करते हैं.
दिलचस्प और जटिल सवालों के जबाब देते हैं या पूछताछ, जांच और आलोचनात्मक सोच के माध्यम से वास्तविक समस्या को हल करते हैं. पीबीएल बच्चों को समझाने का एक ऐसा तरीका है, जिसमें उन्हें बड़े हीं रोचक और इनोवेटिव तरीके से समझाया जाता है. जिसे वह जीवन भर नहीं भूलते. सभी को साधन सेवी नीमा कुमारी एवं गुलशन आरा ने बहुत हीं रोचकता के साथ हमें प्रशिक्षण दिया.
सभी ने बहुत कुछ सीखा एवं कक्षा 6, 7, 8 के विज्ञान विषयों में अलग-अलग विषय पर प्रोजेक्ट तैयार कर प्रस्तुति दी. आईसीटी के अन्तर्गत लाइव लोकेशन, वाट्सअप पोल, गूगल लेंस, करेंट लोकेशन, गूगल फार्म, एमएस वर्ड/ डॉक्स, चैट जीपीटी, गूगल मीट आदि पर हमने समझ बनाकर काम किया और सामूहिक रूप से संबंधित विषय पर प्रोजेक्ट बनाकर डेमोनेस्टार्ट किया.
विद्यालय में मौजूद संसाधनों का प्रयोग कर या स्वयं निर्माण कर यथासंभव पीबीएल आधारित शिक्षण बच्चों को दूं, ताकि वह पूरी तरह सीख सकें, अनुभव कर सकें. प्रश्न पूछ सकें, अपने आस- पास की समस्याओं को जान सकें तथा समस्याओं को दूर कर सकें.
प्रशिक्षण के साथ अंतिम दिन प्रमाण-पत्र वितरण के साथ समापन कार्यक्रम हुआ. मौके पर नेहा आनंद, मनु रमन, मोहम्मद गुफरान, उदय कुमार, आशिक गुप्ता, उत्तम कुमार सहित प्रशिक्षु उपस्थित रहें.