डुमरांव. फाइलेरिया मुक्ति अभियान के तहत गुरूवार को उर्दू प्राथमिक विद्यालय कोरानसराय में कुल 36 बच्चों को दवा खिलाया गया. फाइलेरिया पर चर्चा करते हुए एचएम इंद्रेश कुमार मिश्रा द्वारा बताया गया कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रमित बीमारी है, जिसे समान्यताः हाथी पांव के नाम से जाना जाता है.
शिक्षक तबरेज आलम द्वारा बताया गया कि फाइलेरिया का समान्यताः कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है. बुखार, हाथ व पैर में दर्द या सूजन होता है. आशा कर्मी मंजू देवी, विद्यावती देवी, द्वारा बच्चों को दवा खिलाते हुए बताया गया कि 6 से 14 वर्ष के बच्चों को दो गोली खिलाना है, जिसमें एक चबाकर, एक सीधे निगलकर खाना है. शिक्षा सेवक रहमतुल्लाह द्वारा बच्चों को गतिविधि के माध्यम से दवा खाने हेतु जागरूक किया गया.
मौके पर बाल संसद के छात्र-छात्राओं में पूजा, कृतिका, डिंपल, परी, रोहित, लवली, लक्कू, क्रश, आयुष, इंदल आदि उपस्थित रहें. वहीं खिरौली मध्य विद्यालय में छात्र-छात्राओं को एचएम विरेंद्र सिन्हा सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं की उपस्थित में आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं के द्वारा दवा खिलाया गया.