डुमरांव. मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम अंतर्गत दिसंबर माह के चौथे बैगलेस सुरक्षित शनिवार का विषय शीतलहर से होने वाले खतरे से बचाव के बारे में जानकारी, जागरूकता तथा सतर्कता के संबंध में उर्दू प्राथमिक विद्यालय के फोकल शिक्षक तबरेज आलम द्वारा बच्चों को जानकारी देते हुए बताया गया कि सर्दी के दिनों में तापमान सामान्य न्यूनतम तापमान से 5-6 डिग्री से नीचे चला जाता है, यह अवस्था दो-तीन दिनों तक लगातार बनी रहती हैं. वही जब तापमान 7 डिग्री से नीचे चला जाता है, तो इसे शीतलहर की गंभीर अवस्था मानते हैं. न्यूनतम तापमान 10 डिग्री का या उससे ऊपर रहता है. शीतलहर के कारण कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती है एवं कई दफे यह जानलेवा भी साबित होता है.
सर्दी के मौसम में पौष्टिक आहार गरम पेय पदार्थ का सेवन आवश्यक हो जाता है. इससे शरीर का तापमान बना रहता है. विद्यालय एचएम इंद्रेश कुमार मिश्र द्वारा बच्चों को बताया गया कि शीतलहर का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों और बुजुर्गों में रहता है. अधिक ठंड होने से स्वसन तंत्र में संक्रमण से बच्चों में खांसी जुकाम की बीमारी निमोनिया, डायरिया आदि होने का खतरा बढ़ जाता है. मौके पर शिक्षा सेवक रहमतुल्लाह के साथ-साथ बाल संसद के छात्र-छात्रा पूजा, नयन ज्योति, सोनू, लवली कुमारी, आरुषि, सिंटू, कृष, सरोज, इंदल, शिवानी, पिंकी, बाबी, रौशन आदि ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.