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इएलए के अनुसार पुरुष नसबंदी का लक्ष्य निर्धारित किया जाए : सीएस

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बक्सर, 16 मार्च | जनसंख्या स्थिरीकरण के उद्देश्य से 13 से 25 मार्च तक परिवार कल्याण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। जिसको सफल बनाने के उद्देश्य से गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित किला मैदान में परिवार कल्याण मेला का आयोजन किया गया। मेला का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र सिन्हा ने किया। मेला में बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता एवं ग्रामीण क्षेत्रों से योग्य दंपति शामिल हुए।

जिन्हें मेला स्थल पर प्रदर्शित की गई विभिन्न परिवार कल्याण सामग्रियों को दिखाकर परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों से अवगत कराया गया। वहीं, पखवाड़ा के प्रचार प्रसार के उद्देश्य से सिविल सर्जन डॉ. सिन्हा ने निर्देश दिया कि एक्सपेक्टेड लेवल ऑफ अचीवमेंट (इएलए) के अनुसार पुरुष नसबंदी का लक्ष्य निर्धारित किया जाए तथा अधिक से अधिक पुरुष नसबंदी सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी, सुखी परिवार हेतु परिवार नियोजन का महत्व, सही उम्र पर लड़की की शादी, दो बच्चों के बीच 3 साल का अंतर इत्यादि विषयों पर जन जागरण हेतु सारथी रथ को किला मैदान स्थित परिवार कल्याण मेला परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह रथ गांव-गांव में जाकर जन जागरण का कार्य करेगा।

इच्छुक लाभार्थियों को हाथों-हाथ की जाएगी सुविधा प्रदान

सिविल सर्जन ने बताया, परिवार कल्याण पखवाड़ा के अवसर पर जन जागरण को प्रभावशाली बनाने के उद्देश्य से प्रत्येक सारथी रथ के ऊपर आशा कार्यकर्ताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है। ताकि योग्य दंपतियों खासकर पुरुषों को परिवार नियोजन के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। साथ ही, जो लाभार्थी परिवार नियोजन की अस्थाई विधियों यथा गर्भनिरोधक गोलियां, कंडोम इत्यादि अपनाने के लिए इच्छुक हैं उन्हें हाथों-हाथ सुविधा प्रदान की जा सके।

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उन्होंने बताया कि 13 से 25 मार्च तक प्रखंड स्तर पर आशा कर्मियों के द्वारा घर-घर जाकर पुरुष एवं महिला नसबंदी के प्रति जागरूकता, सुखी एवं स्वस्थ जीवन हेतु परिवार नियोजन का महत्व, सही उम्र में शादी, पहला बच्चा शादी के दो वर्ष बाद, एवं दो बच्चों के बीच तीन वर्ष का अंतर इत्यादि विषयों पर जन जागरण का कार्य किया जाएगा। इसके साथ ही आशा कार्यकर्ताओं द्वारा परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत उपलब्ध बास्केट ऑफ चॉइस से योग्य दंपतियों को अवगत कराया जायेगा तथा अस्थाई सेवाएं भी हाथों-हाथ उपलब्ध कराई जाएंगी।

बास्केट ऑफ चॉइस में है कई अस्थाई साधन

जिला सामुदायिक उत्प्रेरक हिमांशु सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन के बास्केट ऑफ चॉइस में माला-एन दैनिक गर्भनिरोधक गोलियां, इमरजेंसी गर्भनिरोधक गोलियां, छाया सप्ताहिक गर्भनिरोधक गोलियां, अंतरा तीन महीने के लिए लगाई जाने वाली गर्भनिरोधक सुई, कंडोम, आईयूसीडी, पीपीआईयूसीडी इत्यादि अस्थाई साधन तथा महिला एवं पुरुष नसबंदी जैसे परिवार नियोजन की स्थाई विधियां शामिल हैं ।

13 से 25 मार्च तक परिवार कल्याण पखवाड़ा का आयोजन किया जाना है। इस दौरान सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में इच्छुक लाभार्थियों को अभियान चलाकर उनकी इच्छा अनुसार गर्भनिरोधक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। खासकर परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए अधिक से अधिक पुरुष नसबंदी करने का लक्ष्य रखा गया है।

मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आरके सिंह, सदर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रखंड डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनीष कुमार, पीएमडब्लयू नागेश पांडेय, एवं प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक प्रिंस कुमार उपस्थित थे।

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