डुमरांव. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित सभागार में बुधवार को पीएचसी प्रभारी डा. आरबी प्रसाद की अध्यक्षता में 16 मार्च को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम को लेकर आशा कर्मियों के साथ बैठक किया. जिसमें बताया गया स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र पर नहीं पढ़ने बच्चों को आशा कर्मियों के द्वारा कृमि नाशक दवा खिलाई जाएंगी.
वहीं स्कूल में 6 वर्ष से 19 वर्ष तक बच्चों को शिक्षक व 6 वर्ष के नीचे आंगनबाडी कंेद्र पर सेविका की देखरेख में कृमि नाशक दवा बच्चों को दिया जाएगा. बैठक में परिवार विकास मिशन अभियान के तहत परिवार नियोजन पखवाड़ा पर चर्चा हुआ. जिसमें पुरूष नसबंदी कराने पर जोर दिया गया.
बैठक में बताया गया कि कृमि नाशक एल्बेंडाजोल की 400 एमजी की गोली है, 1 से 2 वर्ष के बच्चों को आधी गोली पीस की दी जानी है व 2 से 3 वर्ष तक के बच्चों को 1 गोली चूर कर पानी के साथ दी जानी है और 3-19 वर्ष तक के बच्चों को एक पूरी गोली चबा-चबाकर पानी के साथ खिलानी होगी.
कृमि बच्चों के पेट में पड़ने वाले कीड़े होते हैं, जो बच्चों के विकास पर हर प्रकार से प्रभावित करते हैं और कृमि के फैलाव को निश्चित समयांतराल पर कृमि मुक्त (डिवार्मिेंग) कर रोका जा सकता है. बैठक में पीएचसी प्रबंधक अफरोज आलम के अलावे आशा कर्मी उपस्थित रहीं.