डुमरांव. बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन (एटक) के बैनर तले प्रखंड मुख्यालय स्थित बाल विकास परियोजना कार्यलय के समक्ष शुक्रवार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते हुए अपना 21 सूत्री मांग पत्र को सौपा. धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कमिटी की अध्यक्ष इंदु देवी कर रही थी. इस क्रम में प्रखंड क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका व सहायिका उपस्थित रहीं. मांग पत्र में आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए ग्रेट सी एवं ग्रेड डी में समायोजित किया जाए.
जब तक सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त नहीं हो जाता है, तब तक सेविकाओं को 25 हजार एवं सहायिकाओं को 18 हजार प्रतिमाह मानदेय राशि दिया जाए. इसके अलावे 54 दिन हड़ताल उपरांत 16 मई 2017 को हुए समझौता के आलोक में शेष लंबित मांगों का निष्पादन जल्द से जल्द किया जाए. अपने मांग पत्र में सुप्रीम कोर्ट का आदेश के आलोक में बिहार में भी गरजुएटी भुगतान करना सुनिश्चित किया जाए. इसका भी इन लोगों के द्वारा जिक्र किया गया.
साथ ही प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना का लाभ भी सेविका व सहायिकाओं को मिलें. इस प्रकार 21 मांगों को लेकर सीडीपीओ के नहीं रहने पर महिला पर्यवेक्षिकाओं के समक्ष इन लोगों के द्वारा मांग पत्र को सौंपा गया. मौके पर महासचिव लीलावती देवी, शाकिला बानो, हाजरा परवीन, उषा देवी, विमला देवी, मीना देवी, आशा देवी, देवांती देवी, मुन्ना देवी, पुनम, वर्षा, सुशीला, सुलोचना, मंजू सहित अन्य सेविका व सहायिका उपस्थित रहीं.