• राज्य स्वास्थ्य समिति एवं आईपास डेवलपमेंट फाउंडेशन के तत्वावधान में कार्यशाला का हुआ आयोजन
• असुरक्षित गर्भपात मातृ मृत्यु का एक प्रमुख कारण- डॉ. सरिता
• एमटीपी एक्ट के बारे में दी गयी विस्तृत जानकारी
पटना : राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार एवं आईपास डेवलपमेंट फाउंडेशन के तत्वावधान में “अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षित गर्भपात दिवस” के अवसर पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज शुक्रवार को पटना स्थित एक निजी होटल में किया गया. कार्यशाला का शुभारंभ राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, मातृत्व कोषांग, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार डॉ. सरिता ने किया.
कार्यशाला में राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष (प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग), क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक, सभी जिला अस्पताल के उपाधीक्षक एवं सुरक्षित गर्भपात प्रदाता/स्त्री रोग विशेषग्य ने भाग लिया.
कार्यशाला में सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. कार्यशाला के दौरान सुरक्षित गर्भपात कार्यक्रम के तहत भारत सरकार द्वारा बनायी गयी नयी प्रचार प्रसार की सामग्री का राज्य स्तरीय विमोचन किया गया.
राज्य के 271 स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है सुरक्षित गर्भसमापन की सुविधा
राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, मातृत्व कोषांग, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार डॉ. सरिता ने बताया कि राज्य में वर्ष 2022-23 वित्तीय वर्ष के आंकड़ों के अनुसार अभी 271 स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षित गर्भ समापन की सुविधा उपलब्ध है. वहीँ 2021-22 में राज्य के 138 स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षित गर्भ समापन की सुविधा उपलब्ध थी.
उन्होंने बताया कि 2021-22 में राज्य के स्वास्थ्य संस्थानों में 7959 लाभुकों का सुरक्षित गर्भ समापन कराया गया था और वर्ष 2022-23 में 12,853 लाभुकों को सुरक्षित गर्भ समापन की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. डॉ. सरिता ने प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दिए.
डॉ. ए.के.तिवारी, निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य सेवाएं, बिहार सरकार ने बताया कि भारत में कुल मातृ मृत्यु का 8% असुरक्षित गर्भपात के कारण होता है और इसे कम करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है.
डॉ. रानू सिंह, वरीय चिकित्सा पदाधिकारी, पीएमसीएच ने एम.टी.पी संशोधन अधिनियम 2021 में हुए संशोधनों पर सभी प्रतिभागियों को विस्तारपूर्वक बताया. डॉ. अमिता सिन्हा, सचिव, पटना ओब्सस्टेटरिक एंड गायनेकोलोगिकल सोसाइटीज के द्वारा सुरक्षित गर्भपात सेवा व्यवस्था के बारे में चर्चा की और सुरक्षित गर्भपात पर अपना अनुभव साझा किया.
कार्यशाला में आईपास डेवलपमेंट फाउंडेशन के के बिहार के राज्य निदेशक तफसीरुल मजाहिर ने भारत और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षित गर्भपात की स्थिति के विषय पर अपनी प्रस्तुति दी एवं उक्त विषय पर विस्तार से चर्चा की.